कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन Consumer Durable Loan होता क्या है

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) डेली रूटीन के वस्तुओं को खरीदने में सक्षम बनाता है

आज के इस उपभोक्तावादी युग में हर व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consuber durable loan) की आवश्यकता होती है। हर व्यक्ति को वॉशिंग मशीन और साथ ही साथ फ्रिज, एसी ,कूलर और ना जाने ऐसे छोटे-छोटे वस्तुओं की आवश्यकता होती है। जो हमारे दिनचर्या को सहज बना देते हैं। जिससे हम अपने कार्यों को बिना विलंब के समय से पहले कर लेते हैं। लेकिन भारतीय समाज एक मध्यम वर्गीय परिवार वाला है। इसके लिए उसे लोन की आवश्यकता पड़ती है। अब उसके मन में यह प्रश्न उठता है कि लोन लेने के लिए वह किसी संस्था या बैंक के पास जाए। जहां पर उसे आसानी से लोन मिल जाए। लेकिन इसके लिए वह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या एचडीएफसी बैंक या इलाहाबाद बैंक के पास जाकर के आसानी से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन को प्राप्त कर सकता है। गौरतलब बात यह है कि लोन लेने से पहले ग्राहक को यह बात जान ज्ञात होना चाहिए कि लोन पर लगने वाला इंटरेस्ट रेट कितना है। और साथ ही साथ प्रोसेसिंग फीस कितना है। आज हम इस आर्टिकल में इसी की चर्चा करने वाले हैं बस आप पूरी आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पढ़ियेगा देगा।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) होता क्या है

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) एक प्रकार का पर्सनल लोन होता है। इसके तहत आप मोबाइल फोन और एसी कूलर वाशिंग मशीन आदि फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स सामान खरीद सकते हैं। इसके तहत मिलने वाला जो लोन की राशि है वह न्यूनतम ₹5000 अधिकतम 1500000 रुपए और इस पर लगने वाला ब्याज दर 0% है। लोन को चुकाने की अधिकतम अवधि 36 महीने तक की है कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के लिए एलिजिबल आप तभी होते हैं। जब आपका बैंक में शाख बहुत अच्छी हो और साथ ही साथ आपका सिबिल स्कोर भी उच्चतम होनी चाहिए।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) की विशेषता क्या है

(1) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि इस पर लगने वाला ब्याज दर 0% होता है जिससे कोई भी ग्राहक आसानी से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ले सकता है।

 

(2) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत दी जाने वाली राशि है न्यूनतम ₹5000 और अधिकतम ₹1500000 तक की राशि भी व्यक्ति को जितनी भी आवश्यकता होती है। वह अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लोन ले सकता है।

 

(3) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि इसके तहत दी जाने वाली जो राशि होती है वह सौ पर्सेंट फाइनेंस होती है।

 

(4) उधार देने वाला संस्थान या नान बैंकिंग फाइनेंस कंपनी बिना किसी स्ट्रा चार्ज के ही emi की सुविधा उपलब्ध करवाती है या अवलेबल करवाती है।

 

(5) यह सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड दोनों की सुविधा उपलब्ध करवाता है अर्थात कॉलेटरल और नान कॉलेटरल  की सुविधा प्रदान करता हैं। कोलेटरल जैसे गोल्ड और प्रोपर्टी का कागज रखकर हम लोन प्राप्त करते हैं और नान कलैटल के तहत बैंक सिबिल स्कोर देखकर के लोन देता है।

 

(6) इस लोन को लेने में कोई समस्या भी नहीं होती है।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) लेने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है?

 

(1) सबसे बड़ी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया यह है कि ग्राहक की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम उम्र 65 वर्ष होनी चाहिए।

 

(2) लोन लेने वाले ग्राहक की मंथली सैलरी न्यूनतम 15000 होनी चाहिए। चाहे वह सरकारी नौकरी करता हो या इनफॉरमल सेक्टर से जुड़ा हो। जो भी हो वह जो भी वर्क करता हो बस उस वर्क के लिए उसे मंथली वेतन मिलता हो।वह वेतन उसके सीधे बैंक अकाउंट में आना चाहिए। इसी के आधार पर बैंक यह डिसाइड करता है कि इस व्यक्ति को लोन देना चाहिए कि नहीं यदि वह एलिजिबल है तो उसे लोन मिलेगा यदि वह डिसक्वालीफाई है तो उसे लोन नहीं मिलेगा।

 

(3) और वह भारत के किसी राज्य का मूल निवासी होना चाहिए यह एक कंपलसरी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया का सबसे बड़ा मानक है।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेते वक्त लगने वाला डॉक्यूमेंट कौन-कौन सा है?

(1) आईडेंटिटी प्रूफ के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट इनमें से कोई एक डॉक्यूमेंट होना चाहिए।

 

(2) एड्रेस प्रूफ के लिए आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड या बैंक अकाउंट इनमें से कोई एक डॉक्यूमेंट आपके पास उपलब्ध होना चाहिए।

 

(3) इनकम प्रूफ के लिए आपके पास बैंक स्टेटमेंट या इनकम टैक्स रिटर्न या सैलरी स्लिप इनमें से कोई एक डॉक्यूमेंट आपके पास होना चाहिए।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्रदान करने वाले बैंक या गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी कौन-कौन सी है? और वह कितने अमाउंट तक लोन प्रदान करती है:

 

(1) यदि आप भारतीय स्टेट बैंक से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेते हैं तो sbi की तरफ से ₹100000 की राशि पर कोई ब्याज दर नहीं लगता है।

 

(2) एचडीएफसी भी कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की राशि जीरो परसेंट ब्याज दर या ब्याज दर की राशि इतनी कम रहती है कि कोई भी कंज्यूमर जिसे आसानी से अफोर्ड कर सके।

 

(3) यदि आप टाटा कैपिटल से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेते हैं तो इसके लिए टाटा कैपिटल ईएमआई के लिए कोई चार्ज नहीं लगाता है।

 

(4) यदि आप आईडीएफसी फर्स्ट बैंक से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेते हैं तो न्यूनतम ₹25000 से लेकर के अधिकतम ₹500000 की राज पर कोई ईएमआई चार्ज नहीं लगता है।

 

(5) indusland बैंक भी नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा प्रदान करता है। जिससे कोई भी व्यक्ति कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेकर के आसानी से डेली रूटीन की वस्तुओं को परचेज कर सके।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) कितने प्रकार का होता हैं।

इंस्टॉलमेंट चुकाने की टाइम पीरियड 15 दिन या 1 महीना या 2 महीना कुछ भी हो सकता है। किस्तों पर लगने वाला ब्याज दर मार्केट के ऊपर निर्भर करता है। यदि मार्केट में भाव कम या ज्यादा है तो इसी पर यह निर्भर करता है। कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की प्रक्रिया ना तो ज्यादा जटिल है ना तो ज्यादा सहज है।

 

(1) फिक्स्ड रेट कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (fixed rate consumer durable loan)

  • फिक्स्ड रेट कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन में लोन की राशि पर लगने वाला इंटरेस्ट रेट पूरे महीने सामान रहता है अर्थात मान लीजिए किसी व्यक्ति ने कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन कथा ₹10000 लिया और उस पर लगने वाला ब्याज दर यदि 10 परसेंट है तो वह ब्याज दर लोन चुकाने की अवधि तक 10 परसेंट ही लगता रहेगा चाहे भले ही ब्याज दर बढ़ जाए या घट जाए।

 

(2) वेरिएबल रेट कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (varible rate consumer durable loan)

 

  • ध्यातव्य है कि इसके नाम से ही लग रहा है कि कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत प्राप्त राशि पर जो इंटरेस्ट रेट लगता है। वह बदलता रहता है अर्थात मान लीजिए ब्याज दर वर्तमान में 10 परसेंट है तो 3 महीने बाद ब्याज दर में एकाएक वृद्धि हो जाए और बढ़कर के 12 परसेंट हो जाए या 3 महीने बाद ब्याज दर 10% से घटकर के 8% हो जाएगी जो भी कुछ हो जाए इसमें उतार-चढ़ाव होता रहता है।

 

(3) सिक्योर्ड कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (secured consumer durable loan)

 

  • यदि आप कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेना चाहते हैं सस्ती इंटरेस्ट रेट पर तब आप बैंक के पास कोई सिक्योरिटी के तौर पर गोल्ड या स्टॉक का पेपर या प्रॉपर्टी का पेपर इनमें से कोई जमा कर दीजिए। आप की सिक्योरिटी के मूल्य पर बैंक आपको लोन देगा। बैंकों यह भी नहीं रहेगा कि यदि आप भविष्य में उसका लोन नहीं चुकाते हैं तो बैंक आपके द्वारा जमा की गई फिर प्रोपर्टी को बेच करके पैसे की उगाही कर लेगा।

 

(4) अनसिक्योर्ड कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन(unsecured consumer durable loan)

  • बैंक में आपका सिबिल स्कोर अच्छा है तब आप कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि इस पर लगने वाला ब्याज दर कुछ रहेगा क्योंकि इसके तहत बैंक आपके शाख के एवज में आपको लोन देगा।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत लगने वाला विभिन्न सेवा शुल्क क्या है?

(1) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत लगने वाला प्रोसेसिंग फीस जीरो परसेंट से लेकर के 6 परसेंट तक लगेगा। यह निर्भर करता है आपके सिविल स्कोर पर।

 

(2) यदि ईएमआई भुगतान करने में देरी हो जाती है इसके लिए लेट पेमेंट चार्ज में लगाया जाता है।

 

(3) चेक बाउंस चार्ज भी लगता है अर्थात यदि पोस्ट डेटेड चेक ईएमआई अकाउंट से अटैच नहीं रहता है या बंद हो जाता है या कम रहता है इसके लिए न्यूनतम ₹500 का चार्ज लगाया जा सकता है अधिकतम कुछ भी।

 

(4) पूर्व भुगतान चार्ज लगाया जाता है जीरो परसेंट से  लेकर  के 6 परसेंट तक यदि कोई व्यक्ति चाहता है वह  1 महीने के बाद 2 महीने का चार्ज एक साथ ही कर दे इसके लिए बैंक 0 परसेंट से लेकर 6 तक का चार्ज लगा सकता हैं।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) के देने का उद्देश्य क्या है?

जिस किसी व्यक्ति की मंथली इनकम इतनी नहीं है कि वह परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ डेली रूटीन के गैजेट को खरीद सके। इन्हीं के मदद के लिए बैंक ने कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन देने की पहल की है। इससे किसी किसी को यह एहसास न हो कि  पैसे के अभाव के कारण मैं फ्रीज, एसी कूलर या टीवी या गैस इंडक्शन नहीं ले पाया।

 

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (consumer durable loan) के लाभ क्या है?

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के लाभ तो बहुत है क्योंकि मीडियम फैमिली का यह ड्रीम रहता है कि वह अपने परिवार की आवश्यकता की पूर्ति कर सकें। लेकिन मासिक मंथली वेतन इतना नहीं है की वह दो वक्त केभोजन के अलावा उनको टीवी या गैस इंडक्शन लाकर दे सके। लेकिन बैंक ने कहा कि आप चिंता मत कीजिए मैं आपको ऐसी सुविधा दूंगा जिसका उपयोग करके आप आसानी से अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकते हैं। बस आपको यह करना है कि आप यदि लोन फिक्स रेट पर लेना चाहते हैं या वेरीबल रेट पर लेना चाहते हैं। आप जिस भी विकल्प का चुनाव कर रहे हैं ।सोच समझ कर करें। उसके बाद आप को न्यूनतम ₹5000 से लेकर की अधिकतम ₹15000 तक की लोन की राशि उपलब्ध हो जाएगी ।वह भी सीधे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी आप लोन का उपयोग करके अपने जीवन को एक नया आयाम प्रदान कर सकते हैं। जिससे जीवन की जो आवश्यकता हैं उनकी पूर्ति आसानी से किया जा सके कभी-कभी ऐसा होता है कि समय के साथ यदि कोई कार्य ना हो तो भले ही बाद में वहां कार्य हो जाए लेकिन उसका महत्व खत्म हो जाता है।

 

Frequently asked questions FAQs 

 

1) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत कितना अमाउंट मिल सकता है

कई एनबीएफसी या बैंक प्रोडक्ट का जितना मूल्य रहता है उतना पूरा चुकाते हैं या कभी-कभी ऐसा होता है कि प्रोडक्ट का 80 परसेंट लेकर भी 90% चुकाते हैं। बाकी जो 10 से 20 तक मिल सकता है उसको आपको डाउन पेमेंट करना पड़ता है अर्थात मान लीजिए मैंने एक फ्रीज लिया ₹12000 में। अब बैंक इसके लिए पूरी राशि  चुका  सकता है या इसमें से लगभग 80 परसेंट का भुगतान कर सकता है और बाकी का बचा 20 परसेंट आपको भुगतान करना पड़ेगा अर्थात ₹2400 आपको डाउन पेमेंट करना पड़ेगा या निर्भर करता है बैंक के क्रेडिट के ऊपर।

 

(2) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत प्रदान की जाने वाली अमाउंट को कैसे ट्रांसफर किया जाता है

कन्जयूमर ड्यूरेबल लोन के तहत यदि आपका अप्लीकेशन अप्रूव हो जाता है। तब बैंक या एनबीएफसी सीधे आपके खाते में लोन की राशि को ट्रांसफर कर देंगे।

 

(3) पर्सनल लोन और कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन में अंतर क्या है 

पर्सनल लोन का उपयोग करके आप घर मकान और साथ ही साथ बच्चों की पढ़ाई के लिए लोन का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन का उपयोग आप डोमेस्टिक गुड्स को खरीदने के लिए ही कर सकते हैं जैसे कि गैस इंडक्शन, माइक्रोवेव ओवन और साथ ही साथ फ्रिज, कूलर एसी आदि गैजेट जो डेली रूटीन के अप्रोच से इम्पोर्टेन्ट हो।

 

(4) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत कितना लोन अमाउंट प्रदान किया जाता है

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत न्यूनतम ₹5000 अधिकतम 1500000 रुपए की राशि प्रदान की जाती है।

 

(5) कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर लगने वाला इंटरेस्ट रेट कितना है

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर लगने वाला इंटरेस्ट रेट जीरो परसेंट है। हालांकि यह निर्भर करता है कि जो व्यक्ति बैंक से लोन ले रहा है। उसकी साख बैंक में कैसी है? यदि व्यक्ति की शाख बैंक में अच्छी है तो उसे जीरो परसेंट के तहत लोन आसानी से मिल जाएगी। यदि उसकी शाख अच्छी नहीं है। उसने भूतपूर्व में लोन लिया था और उसे समय से चुकाया नहीं था इसके लिए उसकी लोन के अमाउंट पर 6 परसेंट का इंटरेस्ट से लगाया जा सकता है। हालांकि यह कंपलसरी नहीं है यह बैंक के क्षमता पर निर्भर करता है।

 

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