छोटे- छोटे व्यापारी अपने उद्योग को बढ़ाने के लिए आईपीओ निकालते हैं। जिसे इनिशियल पब्लिक ऑफर(ipo) कहते हैं। या तो किसी बैंक से एक निश्चित अवधि के लिए लोन लेते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप उनके व्यापार में जो वृद्धि हो रही है उस वृद्धि में कोई रुकावट ना आए। साथ ही साथ व्यापार में मनोवांछित वृद्धि हो। भारत में लोन लेने की पद्धति प्राचीन काल से रहा है। पहले लोन साहूकार हमें देते थे। इसके लिए साहूकार हमसे हमारे घर के कागज को जमा करवाते थे। यदि दिए गए समय में लोन की राशि नहीं चुका पाते थे तो साहूकार हमारे सम्पत्ति को जप्त कर लेते थे। लेकिन बदलते समय में अब इसका समय बैंक ने ले लिया है। आरबीआई एक्ट 1934 के अनुसार बैंक लोन रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट के अनुसार देता है। यदि रेपो रेट(repo rate) में वृद्धि होती है तो बैंक भी अपना लोन दर बढ़ा देते हैं। यदि रेपो रेट में कमी होती है तो बैंक भी अपना ब्याज दर घटा देते हैं। यह सब प्रक्रिया पूरा निर्भर करता है सरकार के ओपन मार्केट ऑपरेशंस(omo) के ऊपर आज हम इसी के बीच चर्चा करने वाले हैं टर्म लोन(term loan) क्या होता है तो आइए चलिए जानते हैं कि टर्म लोन(term loan के विषय में। term loan के विषय में जानने से पहले आइए जान लेते हैं रेपो रेट(repo rate) क्या होता है और रिवर्स रेपो रेट(reverse repo rate) क्या होता है? रेपो रेट एक ऐसी प्रक्रिया है जिस ब्याज दर पर आरबीआई अनुसूचित बैंकों को लोन देता है उसे रेपो रेट कहते हैं रिवर्स रेपो रेट एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बैंकों से आरबीआई लोन लेता जिस ब्याज दर पर उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं। दोनों ही प्रक्रिया में तरलता(liquidity) पर प्रभाव पड़ता है।
आइए जानते हैं कि टर्म लोन ( term loan) होता है क्या?
टर्म लोन(term loan) एक ऐसा लोन होता है जो किसी का संस्थान या बैंक द्वारा किसी निश्चित टाइम पीरियड के लिए दिया जाता है। यह लोन फिक्स या फ्लोटिंग इंटरेस्ट ऑफ लोन भी हो सकता है। फिक्स लोन में वर्तमान के अनुसार ब्याज दर निर्धारित होता है। हालांकि फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट ऑफ लोन में ऐसा नहीं होता है इसमें लोन की राशि समय-समय पर ब्याज दर बदलता रहता है। इसे हम एक उदाहरण से समझते हैं। जैसे मान लीजिए श्याम नाम का व्यक्ति भारतीय स्टेट बैंक से लोन लेने गया। भारतीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक ने उसे एक निश्चित अवधि के साथ लगभग 12 साल के लिए तैयार हो गए इसके लिए श्याम से टर्म ऑफ कंडीशन(term of condition) पर हस्ताक्षर करवा लिए हस्ताक्षर करवाने से पहले यह भी निर्धारित कर लिया गया कि लोन की राशि कैसे चुकाओगे। फ्लोटिंग रेट आफ इंटरेस्ट के आधार पर या फिक्स रेट के आधार पर यदि श्याम एक बिजनेसमैन है और उसे बड़ा अमाउंट चाहिए तो फ्लोटिंग रेट आफ इंटरेस्ट को चुनेगा। यदि कोई मध्यम वर्गीय परिवार का सदस्य या कोई सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग से संबंधित व्यक्ति लोन लेना चाहता है तो यह एक फिक्स लोन की पद्धति को चुनेगा। जिससे उसको लोन चुकाने में कोई समस्या ना हो । लोन की ईएमआई के माध्यम से हर महीने चुका सकते हैं। टर्म लोन(term loan) के तहत बिजनेस लोन, होम लोन, एजुकेशन लोन और आटो लोन और गोल्ड लोन दिया जाता है।
बैंक का उद्देश्य क्या है टर्म लोन देने का:
यदि कोई व्यक्ति अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहता है। उसके लिए बैंक टर्म लोन ऑफर करता है और साथ ही साथ जो व्यक्ति अपने बच्चे को विदेश में पढ़ाना चाहता है उसके लिए भी टर्म लोन का ऑफर दिया जाता है और होम लोन भी दिया जाता है। यदि मार्केट में कैश फ्लो कम हो गया है। उसमें वृद्धि के लिए भी टर्म लोन दिया जाता है। ध्यान देने योग्य वाली बात यह भी है कि कच्चे माल की खरीद फरोख्त के लिए भी टर्म लोन दिया जाता है। जिससे मार्केट में कच्चे माल की सतत आपूर्ति बनी रही। डिमांड और सप्लाई का नियम भंग ना हो। यदि कोई कंपनी को घाटा हो गया है और कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करना चाहती हो और उसके पास पैसे नहीं है। तब वह बैंक से टर्म लोन के तहत कर्मचारियों की वेतन के भुगतान के लिए टर्म लोन ले सकती है ।ऐसी घटना घटी थी इलाहाबाद बैंक में सन 2008 में इलाहाबाद बैंक पूरी तरह से दिवालिया घोषित हो चुका था। क्योंकि इलाहाबाद बैंक का बैलेंस शीट बिगड़ गया था। जिसके तहत वह अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहा था। इसके लिए इलाहाबाद बैंक में पंजाब नेशनल बैंक से लगभग ₹8000 करोड रुपए का टर्म लोन लिया और अपने कर्मचारियों को मंथली वेतन भुगतान किया और धीरे-धीरे इलाहाबाद बैंक ने दिवालिया से निजात पा करके अब ग्रोथ की ओर अग्रसर हो रहा है।
टर्म लोन (term loan) लेने की एलिजिबिलिटी क्या है?
यदि जो ग्राहक टर्म लोन(term loan) लेना चाहते हैं उसके एलिजिबिलिटी निम्नलिखित है।
(1) यदि जो ग्राहक धर्म लोन के तहत लोन लेना चाहते हैं उनकी न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम उम्र 65 वर्ष होनी चाहिए। ध्यातव्य है कि उम्र की गणना हाई स्कूल के सर्टिफिकेट के आधार पर की जाएगी।
(2) सबसे विशेष बात यह है कि ग्राहक भारत का नागरिक होना चाहिए अर्थात वह भारत के किसी राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
(3) सबसे बड़ी बात यह भी है कि ग्राहक का सिबिल स्कोर भी अच्छा होना चाहिए कम से कम न्यूनतम सिबिल स्कोर 650 अधिकतम 800 होना चाहिए।
(4) जो ग्राहक टर्म लोन के तहत लोन लेना चाहते हैं उस ग्राहक को अपने इनकम का सोर्सेस भी बताना होगा। अर्थात उसे यह बताना होगा कि वह मंथली इनकम कहां से जनरेट करता है। क्या वह सरकारी नौकरी करता है यदि हां वह किस डिपार्टमेंट में क्या वह एक प्रोफेशनल व्यक्ति है जैसे कि डॉक्टर इंजीनियर वकील या कोई अनौपचारिक सेक्टर से संबंधित व्यक्ति है। अनौपचारिक सेक्टर से व्यक्ति है जो उस संबंध में उसे टर्म लोन मिलने में समस्या होने लगती है।
टर्म लोन (term loan) का फायदा किस- किस व्यक्ति को मिल सकता है?
टर्म लोन (term loan)का फायदा निम्नलिखित व्यक्तियों को मिल सकता है
(1) यदि जो व्यक्ति सरकारी नौकरी करता हो।
(2) प्राइवेट और पब्लिक प्राइवेट कंपनियां भी टर्म लोन(term loan) का फायदा उठा सकती है।
(3) गैर सरकारी संगठन और सहकारी समितियां भी इसके दायरे में आती हैं।
टर्म लोन (term loan) कितने प्रकार का होता है:
(1) शार्ट टर्म लोन(short term loan) क्या होता है ?
- शॉर्ट टर्म लोन आप को न्यूनतम 1 साल या अधिकतम 2 साल के लिए दिया जाता है यह निर्भर करता है व्यक्ति के आय के स्रोत के ऊपर और सिविल स्कोर के ऊपर
(2) लॉन्ग टर्म लोन(loang term loan) क्या होता है?
- लॉन्ग टर्म लोन के तहत आपको जो लोन की राशि प्रोवाइड की जाती है उसके चुकाने की अवधि न्यूनतम 10 वर्ष या अधिकतम तीस वर्ष होती है।
टर्म लोन (term loan)को कितने कैटेगरी में विभाजित किया जाता है?
टर्म लोन को दो कैटेगरी में विभाजित किया जाता है
(1) सिक्योर्ड लोन क्या होता है?
- जो ग्राहक सिक्योर्ड लोन के तहत लोन लेना चाहता है उसके लिए उसे अपने स्टॉक मार्केट का कागज या बांड या गोल्ड या घर का प्रॉपर्टी का कागज बैंक के पास सिक्योरिटी के तौर पर जमा करना पड़ता है। इसे ही सिक्योर्ड लोन कहते हैं क्योंकि इससे बैंक के शाख पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
(2) अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है?
- अनसिक्योर्ड लोन के तहत यदि जो ग्राहक लोन लेना चाहता है। उसे बैंक के पास कोई भी गोल्ड या घर का प्रॉपर्टी का कागज या बांड नहीं जमा करना पड़ता है। सिक्योरिटी के तौर पर सिर्फ आपका सिविल स्कोर अच्छा होना चाहिए। आपका सिविल स्कोर अच्छा है तब आपको आसानी से अनसिक्योर्ड लोन मिल सकता है। ज्ञातव्य है कि अनसिक्योर्ड लोन लेने के लिए लगने वाला ब्याज दर सिक्योर्ड लोन की तुलना में ज्यादा है क्योंकि इसमें बैंकों को जोखिम ज्यादा रहता है।
टर्म लोन (term loan) पर इंटरेस्ट रेट कितना लगता है?
टर्म लोन पर इंटरेस्ट रेट आपकी साख पर निर्भर करता है। यदि आपकी बैंक में शाख अच्छी है तब आपको कम इंटरेस्ट रेट पर लोन मिल सकता है। यदि आपकी साख बैंक में अच्छी नहीं है तो इंटरेस्ट रेट हाई हो सकता है। लेकिन एनबीएफसी या अन्य संस्थाओं की तुलना में टर्म लोन कम ब्याज दर पर लोन देता है।
टर्म लोन (term loan) से संबंधित कुछ उदाहरण
(1)सबसे पहला उदाहरण वर्किंग कैपिटल लोन का है यदि ग्राहक को दिन के खर्चे की आपूर्ति के लिए तत्काल पैसे की आवश्यकता है। इसके लिए वह वर्किंग कैपिटल लोन ले सकता है। यह एक प्रकार का शॉर्ट टर्म लोन होता है। जिसको चुकाने की अवधि न्यूनतम 12 महीने या अधिकतम 24 महीने होती है।
(2) ओवरड्राफ्ट भी शार्ट टर्म लोन का एक उदाहरण है। जिसके तहत ग्राहक को एक क्रेडिट लिमिट उपलब्ध करवाई जाती है। जिसका उपयोग करके वह अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है। वह जितनी राशि निकालता है। उसी राशि पर इंटरेस्ट रेट लगाया जाता है। पूरी क्रेडिट लिमिट पर नहीं। इस लोन की राशि को रीपेमेंट करने की अवधि 1 महीने से लेकर अधिकतम 12 महीने तक की हो सकती है।
(3) इक्विपमेंट फाइनेंस भी टर्म लोन का एक उदाहरण है। जिसके तहत कोई भी व्यक्ति यदि अपनी मशीन की मरम्मत कराने या कोई फैक्ट्री बैठाने के लिए लोन लेना चाहता है।वह लोन आसानी से ले सकता है। इक्विपमेंट फाइनेंस के तहत न्यूनतम लोन की राशि ₹100000 है और अधिकतम लोन की राशि ₹10000000 है। इसको चुकाने की अवधि न्यूनतम 12 मंथ से लेकर के अधिकतम 24 मंथ तक होती है।
टर्म लोन (term loan)लेने के लिए लगने वाला आवश्यक दस्तावेज कौन-कौन सा है?
टर्म लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज आवेदक का आधार कार्ड होना चाहिए और साथ ही साथ पासपोर्ट साइज का फोटो और आय का स्त्रोत और 6 महीने का बैंक का स्टेटमेंट और साथ ही साथ केवाईसी के लिए इलेक्ट्रिसिटी बिल का और गैस बिल और साथ ही साथ एड्रेस प्रूफ के लिए वोटर आईडी कार्ड इसके अलावा बिजनेस ऐड्रेस प्रूफ और सिबिल स्कोर और साथ ही साथ पिछले 2 वर्षों में होने वाले लाभ हानि का डॉक्यूमेंट और साथ ही साथ आरटीआर का डॉक्यूमेंट भी लगेगा जिसे इनकम टैक्स रिटर्न भी कहते हैं।
आइए जानते हैं कि टर्म लोन (term loan) लेने के फायदे क्या- क्या होते हैं?
(1) सबसे पहला फायदा यह होता है कि इसका ब्याज दर कम होता है।
(2) टर्म लोन(term loan) का सबसे बड़ा फायदा यह होता है की इसमें आपको मनचाहा अमाउंट मिल सकता है। यदि आप व्यापार करना चाहते हैं। आपको करोड़ों रुपए की आवश्यकता हो। इसके लिए टर्म लोन(term loan) सबसे अच्छा विकल्प है।
(3) टर्म लोन (term loan) के तहत आपको मनचाहा माउंट 1 घंटे के अंदर आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी अर्थात इसमें समय कम लगता है या तो कहे ना के बराबर।
(4) टर्म लोन(term loan) का एक फायदा यह भी होता है इसको चुकाने के लिए एक long period मिलता है।
(5) यदि आप term loan के तहत अनसिक्योर्ड लोन लेते हैं। तब इस पर कोई भी डॉक्यूमेंट आपको नहीं submit करना है बस आपका सिविल स्कोर अच्छा होना चाहिए।
(6) यदि आप टर्म लोन के तहत ली गई राशि समय से पहले या निर्धारित समय पर चुका देते हैं तब आपको टैक्स में छूट मिलेगी।
टर्म लोन (term loan) लेने की हानियां क्या -क्या है?
(1) ग्राहक के ऊपर लंबे समय तक ईएमआई का बोझ रहेगा।
(2) यदि आप टर्म लोन के तहत अनसिक्योर्ड लोन लेते हैं तब इसके लिए हाई लेवल का सिविल इसको भी होना चाहिए।
(3) इसके लिए ग्रांटर की भी आवश्यकता होती है।
(4)यदि आप तय समय पर emi की राशि नहीं चुकाते हैं तो बैंक आपके ऊपर जुर्माना भी लगा सकता है।
टर्म लोन लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
Term loan लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया यह है कि लोन देने वाली संस्थान के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है। तत्पश्चात आपको टर्म लोन लेने के लिए आवेदन फॉर्म को फिल अप करना है जैसे कि आवेदक का नाम आवेदक की जन्म तिथि और साथ ही साथ आवेदक का लोन लेने का उद्देश्य क्या है? और उसके इनकम का स्रोत क्या है? आदि जानकारी को भरने के बाद उपर्युक्त बताए गए दस्तावेज को सबमिट कर दीजिए। उसके बाद बैंक के एजेंट या उस संस्थान के एजेंट आपके पास फोन कॉल से बात करेंगे और आपके द्वारा दी गई जानकारी की जांच करेंगे। यदि जानकारी में कोई त्रुटि पाई जाती है तो आपका आवेदन फॉर्म रिजेक्ट हो जाएगा। यदि रिजेक्ट नहीं होता है तो तुरंत लोन की राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
FAQs
(1) टर्म लोन योजना क्या है?
Term loan पूंजीगत विस्तार के लिए लाई गई एक योजना है ।जिसके तहत अधिकतम 84 दिनों के लिए लोन की राशि उपलब्ध करवाई जाती है।
(2) टर्म लोन का उद्देश्य क्या होता है?
Term loan का उद्देश्य यह है कि बाजार में कैश का फ्लोर बना रहे। और साथ ही साथ जिस भी व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करना है जैसे कि उद्योग बैठाना है या कोई मकान किराए पर लेना है या लीज पर लेना है या कोई जमीन पट्टे पर लेना है आदि1 के लिए टर्म लोन दिया जाता है।