Marriage Loan गरीब की बेटी की शादी कराने में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है

एक सर्वेक्षण के अनुसार हर 10 व्यक्ति में से एक व्यक्ति शादी के लिए अवश्य ही मैरिज लोन marriage loan लेता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि उसके पास पैसे का अभाव हो। पैसे के रहते भी वह विवाह के लिए लोन लेता है क्योंकि समाज में यह प्रदर्शित करना रहता है कि के यहां जो शादी हो रही है यहां मेहमान नवाजी उच्च स्तर का है। लेकिन कई परिवार ऐसे भी रहते हैं जिनके पास पैसे का अभाव रहता है और उसी के चलते वह मैरिज लोन लेते हैं क्योंकि आजकल की शादी में महंगाई के मद्देनजर लगभग 500000 से ₹600000 तक खत्म होना आम बात हो गई है। क्योंकि आजकल महंगाई अपने चरम सीमा पर है। हर वस्तु पर वस्तु एवं सेवा कर लगा दिया गया है। कोई आम व्यक्ति यदि कोई चीज खरीदने के लिए सोचता की है तो उसके मन में यह प्रश्न उठने लगता है कि इस वस्तु की कीमत तो बहुत ज्यादा है। क्या मैं यह उचित कर रहा हूं?आदि प्रश्न पूछते रहते हैं लेकिन शादी के लिए हर वस्तु को उचित मात्रा में व्यवस्था करना एक कर्तव्य बन जाता है। कर्तव्य इस परिप्रेक्ष्य में बन जाता है कि लोग साज सज्जा के सामान को खरीदने के लिए तत्पर रहते हैं और इसके लिए मैरिज लोन की आवश्यकता रहती है। क्योंकि हमारा भारतीय समाज एक मध्यमवर्गीय परिवार है जहां पर शादी का खर्च उठाने के लिए हमें लोन का सहारा लेना ही पड़ जाता है लेकिन आज हम इसी विषय में चर्चा करने वाले हैं कि लोन कैसे लिया जा सकता है? और उस पर लगने वाला ब्याज दर क्या है? आदि जानकारी हम इस आर्टिकल में साझा करेंगे चलिए अब जानते हैं कि सबसे पहले मैरिज लोन क्या होता है?

मैरिज लोन (marriage loan) होता क्या है?

मैरिज लोन वह लोन  होता है जो किसी एनबीएफसी या बैंक संस्थान के द्वारा शादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिया जाता है अर्थात जैसे कि यदि महिला की शादी हो रही है उसके लिए श्रृंगार के सामान खरीदना जैसे पायल, झुमका, मांग टीका और कमरबंद और इसके अलावा मीना ,फोफि, कनफूल आदि की खरीद के लिए पैसे की आवश्यकता रहती है। क्योंकि जिस वक्त लड़की का विवाह रहता है। उस वक्त सोना भी बहुत महंगा रहता है। इन्ही सब आवश्यकता के लिए लोन लिया जाता है। और साथ ही साथ कपड़ों की खरीद और टेंट हाउस और इलेक्ट्रिक की व्यवस्था और बर्तन की व्यवस्था आदि की आवश्यकता रहती है। जिसके लिए मैरिज लोन लिया जाता है। हमारे भारतीय समाज में पहले एक परंपरा प्रचलित थी कि सिर्फ लड़की के पक्ष वाले ही मैरिज लोन लेते हैं ।लेकिन ऐसा नहीं है लड़के की पक्ष वाले भी लोन लेते हैं क्योंकि लड़की की पक्ष वालों को लड़की के घरवालों के लिए पांच स्थान गहना देना रहता है। जिसमें पायल और मांग टीका और साथ ही साथ अंगूठी और कनफूल और बाजूबंद और कमरबंद जैसे आभूषण दिए जाते हैं। सभी  आभूषणों की खरीद के लिए लगभग दो लाख रुपये से लेकर के  ₹300000 खर्च हो जाते हैं। यदि कोई मध्यमवर्गीय परिवार उसके लिए तीन लाख बहुत बड़ी बात होती है। इसीलिए मैरिज लोन लेना पड़ता है धीरे-धीरे ईएमआई के रूम में चुका देंगे।

 

मैरिज लोन (marriage loan) का उद्देश्य क्या होता है?

हमारा भारतीय समाज अनेकता में एकता को प्रदर्शित करने वाला समाज है। यहां राजा से लेकर रंक तक निवास करते हैं। लेकिन राजा अपनी बेटियों की शादी तो कर लेते हैं जो रंक लोग होते हैं वह अपनी बेटी की शादी करने में उन्हें समस्या होने लगती है क्योंकि महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि किसी के पास दो वक्त के खाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। वह अपनी बेटी की शादी कैसे करें? और हमारा भारतीय समाज दकियानूसी मानसिकता वाला है। यहां स्त्रियों को सिर का बोझ समझा जाता है और पुरुषों का वर्चस्व रहता है क्योंकि पुरुषों को ही सर्वश्रेष्ठ का दर्जा दिया जाता है। क्योंकि पुरुष लोग बाहर कमाते है इसीलिए औरतों को सीमित कर दिया गया है। कि वह सिर्फ घर के आंगन तक सीमित रहे। इससे महिला सशक्तिकरण पर दुष्प्रभाव तो पड़ता ही है इससे हमारे अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। लेकिन हमारा भारतीय समाज एक पित्रसत्तात्मक समाज है जो अपने रवैये को बदलने के लिए संघर्षरत है। अब ऐसे में जिसके यहां दो वक्त की खाने की रोटी की जुगाड़ नहीं हो पाता है। वह अपनी बेटी शादी कैसे करें? इन्हीं सब उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बैंक ने कम ब्याज दर पर के मैरिज लोन की व्यवस्था कर दी है। जिसका लाभ उठाकर वह अपनी बेटी की शादी कर सके और धीरे-धीरे ईएमआई के रूप में पैसे को चुका दे।

 

मैरिज लोन (marrige loan)की विशेषता क्या होती है?

 

(1) मैरिज लोन की सबसे बड़ी विशेषता यह होती है कि इस पर लगने वाला ब्याज दर 10.25% की दर से सालाना चार्ज किया जाता है। इस राशि को लगभग हर व्यक्ति वाहन करने में सक्षम होते हैं।

 

(2) इसकी सबसे बड़ी मजेदार बात यह है कि मैरिज लोन के तहत जो शादी के लिए लोन प्रोवाइड की जाती है उसकी अधिकतम राशि ₹4000000 तक की है। आप 4000000 रुपए की राशि का उपयोग करके आप आसानी से शादी कर सकते हैं। यदि आपको ₹400000 की आवश्यकता हो। हालांकि यदि आपको 4000000 रुपए से ज्यादा रुपये की आवश्यकता है तो इसके लिए आपके अपनी साख का प्रमाण देना रहेगा बैंक में अर्थात आपका सिविल स्कोर देखा जाएगा। ऐसे में सिविल स्कोर तो देखा ही जाएगा।

 

(3) इसकी एक विशेषता यह भी है कि आप अब लोन ले लिए हैं। अब आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा कि लोन की  राशि को चुकाने की अवधि कितनी है तो आपको बता दें कि लोन की राशि चुकाने की अवधि अधिकतम 5 साल है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ  सार्वजनिक बैंक अपने नियमों में संशोधन करके लोन की राशि  को चुकाने की अवधि को 7 साल कर दिए हैं। जिससे आपको लोन की राशि चुकाने में कोई समस्या भी नहीं होगी।

 

(4) इसकी एक विशेषता यह भी है कि इसके लिए आपको कोई भी सिक्योरिटी जमा करने की आवश्यकता  नहीं है जैसे अर्थात यदि आप लोन ले रहे हैं और लोन की राशि के एवज में आप अपने प्रोपेर्टी  कागज या गोल्ड गिरवी रख रहे हैं ऐसा इसमें कुछ नहीं करना है।

 

(5) चुनिंदा ग्राहकों के लिए जो बैंक के भरोसेमंद है उनके लिए प्री अप्रूव्ड इंटरेस्ट लोन की सुविधाएं अर्थात यदि कोई बैंक में लोन ले रहा है। उसके लिए  बहुत अच्छी बात यह है कि  तब उसे पीरियड इंटरेस्ट लोन की सुविधा दी जाती है।

 

मैरिज लोन (marriage loan) लेने के लिए आवेदक की एलिजिबिलिटी क्या होनी चाहिए?

 

(1) मैरिज लोन की एलिजिबिलिटी यह है कि आवेदक की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम उम्र 60 वर्ष होनी चाहिए यदि इससे कम उम्र है तब आपको मैरिज लोन की सुविधा नहीं मिलेगी।

 

(2) पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनियों जैसे ओएनजीसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल कंपनियों में काम करने वाले यदि लोन लेना चाहते हैं उनके पास 1 साल का अनुभव और सर्टिफिकेट होना चाहिए। उस कंपनी से संबंधित और साथ ही साथ यदि कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में वर्क कर रहा है। तब उस व्यक्ति को भी यह प्रमाण पत्र देना पड़ेगा कि यह व्यक्ति इस कंपनी में काम कर रहा है और इसकी मंथली इनकम लगभग ₹15000 है।

 

(3) पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग या प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की न्यूनतम मंथली वेतन ₹15000 होना चाहिए। यदि इससे कम वेतन है तब आप मैरिज लोन लेने के लिए अपात्र हो जाते हैं।

 

(4) इसके अलावा बैंक में आपके शाख। अच्छी होनी चाहिए अर्थात कहने का मतलब यह है कि बैंक में आपकी शाख 750 से ज्यादा होनी चाहिए।

 

मैरिज लोन marriage loan लेने वाले आवेदक का लोन आवेदन करते वक्त कौन कौन सा दस्तावेज लगेगा?

(1) आवेदक पहचान को प्रमाणित करने के लिए बैंक की ओर से आधार कार्ड या पैन कार्ड या वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट इनमें से यदि कोई दस्तावेज आपके पास उपलब्ध है। तब आप उसे बैंक के शाखा प्रबंधक को दिखाइए।

 

(2) बैंक आवेदक की एड्रेस प्रूफ को सर्टिफाई करने के लिए आवेदक का आधार कार्ड या बिजली का बिल या गैस का बिल आदि  इनमें से जो हो वह माँगा जाता है।

 

(3) पिछले 3 महीने का बैंक अकाउंट स्टेटमेंट मांगा जाता है।

 

(4) इसके अलावा आप जिस कंपनी में काम कर रहे हैं उसका आफर लेटर भी मांगा जाता है।यदि कंपनी प्राइवेट लिमिटेड है तब।

(5) इसके अलावा अभी हाल ही में भरी गई इनकम टैक्स रिटर्न का फाइल भी माँगा जाता है।

 

विभिन्न बैंकों का इंटरेस्ट रेट क्या है मैरिज लोन पर:

 

(1) मैरिज लोन यदि आप एचडीएफसी बैंक लेते हैं तब एचडीएफसी बैंक सालाना 11 पर्सेंट की ब्याज दर से ब्याज वसूलेगा।

 

(2) यदि आप मैरिज लोन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लेते हैं तब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से लगाए जाने वाला सालाना इंट्रेंस रेट न्यूनतम 10 परसेंट से लेकर की अधिकतम 13.75% तक का है।

 

(3) यदि आप मैरिज लोन पंजाब नेशनल बैंक से लेना चाहते हैं तो इसके लिए इंटरेस्ट रेट सालाना न्यूनतम 9.30% से लेकर की अधिकतम 15.85% तक लगता है।

 

(4) यदि आप कोटक महिंद्रा से लोन लेना चाहते हैं तो उसका ब्याज दर 10.99 परसेंट हैं।

 

(5)यदि आप टाटा कैपिटल से लोन लेना चाहते हैं उसका भी ब्याज दर 10.99% है वह भी सालाना।

 

अब प्रश्न उठता है कि मैरिज लोन कैसे लें:

किसी ग्राहक के पास मैरिज लोन लेने के दो विकल्प हैं। सबसे पहला विकल्प है वह किसी नजदीकी बैंक शाखा में जाकर लोन ले सकता है। या टी किसी एनबीएफसी या किसी अन्य थर्ड पार्टी से भी लोन ले सकते हैं तो आइए जानते हैं कि ऑनलाइन लोन लेने की तरीके क्या है?

 

(1) सबसे पहले अपने मोबाइल फोन के प्ले स्टोर में जाकर की navi app या money view app में से किसी एक ऐप को इंस्टॉल कर लेना है।

 

(2) उसके बाद मांगी गई जानकारी जैसे लोन का उद्देश्य और सैलरी स्लिप और नाम ,पता आदि जानकारी को भर दीजिए।

 

(3) भरी गई जानकारी के साथ उपर्युक्त बताए गए दस्तावेज को अटैचमेंट करके सबमिट कर दीजिए। तब उसके बाद बैंक के एजेंट की तरफ से आपके पास कॉल आएगा।

 

(4) यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी सही है तब आपका लोन अप्रूव कर देगा एजेंट। इसके साथ ही साथ लोन की राशि 24 घंटे के अंदर आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी।

 

Frequently asked questions FAQs 

(1) मैरिज लोन marriage loan पर्सनल लोन में अंतर क्या होता है

मैरिज लोन सिर्फ शादी के लिए लोन दिया जाता है। जबकि पर्सनल लोन के तहत आपको जो भी लोन की राशि दीजाती है। आप उससे अपना कर्जा चुका सकते हैं और साथ ही साथ अपना इलाज करवा सकते हैं और घर की मरम्मत करवा सकते हैं।आदि  अपनी पर्सनल  कार्यों के लिए।

 

(2) मैरिज लोन क्या – क्या खरीदने के लिए लिया जाता है?

कपड़े की बुकिंग और ज्वेलरी  की खरीदारी और इसके अलावा शादी का कार्ड छपवाने के लिए मैरिज लोन लिया जाता है।

 

(3) मैरिज लोन प्राप्त करने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?

मैरिज लोन प्राप्त करने के लिए न्यूनतम सिविल स्कोर 750 और अधिकतम 900 होनी चाहिए यदि आपका सिविल स्कोर 750 से कम है तो तब आपको आसानी से मैरिज लोन नहीं मिलेगा।

 

(4) मैरिज लोन का इंटरेस्ट रेट कितना है?

अलग-अलग बैंकों का मैरिज लोन इंटरेस्ट अलग-अलग है। मैरिज लोन इंटरेस्ट आपके रोजगार और इसके अलावा आपकी मंथली इनकम कितनी है और आप कितने दिनों के अंदर लोन की राशि चुका देंगे इन सब पर निर्भर करता है।

 

(5) मैरिज लोन marriage loan के तहत कितनी धनराशि तक की लोन दी जाती है

मैरिज लोन के तहत आप को न्यूनतम ₹10000 और अधिकतम ₹40 लाख  तक की लोन की सुविधा दी जाती है।

 

(6) क्या मैरिज लोन marriage loan पर टॉप अप की सुविधा प्राप्त हो सकती है

मैरिज लोन के अलावा आपकी आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आपको टॉपअप की सुविधा मिल सकती है। बशर्ते ध्यान रखने वाली बात यह है कि इसके लिए आपकी साख बैंक में अच्छी होनी चाहिए। यदि बैंक में आपकी शाख अच्छी रहेगी तब बैंक आपको टॉप अप की सुविधा देगा ।टॉप अप की सुविधा इसलिए आवश्यकता पड़ती है क्योंकि कभी-कभी ऐसे कुछ खर्चा आ जाते हैं जो मैरिज लोन के अलावा हमें उसके ऊपर की आवश्यकता होती है इसीलिए टॉपअप की नीड होती है।

 

(7) मैरिज लोन marriage loan क्या है?

मैरिज लोन वह लोन होता है जो शादी में होने वाले खर्चों के लिए कुछ धनराशि बैंको से लिया जाता हैं।

 

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